ये जिन्दगी!
करती है हर वक़्त,
मज़ाक ऐसे,
कि,
टूटकर बिखर जाने को मन करता है।
दिमाग कुछ कहता है,
दिल कुछ करता है,
किसकी सुनूँ,
किसे अनसुना करूँ।
सब कुछ भुलाकर,
वक़्त के प्रवाह में बह जाने को करता है।
चाहता हूँ करना बहुत कुछ,
सोचता हूँ करूंगा बहुत कुछ।
पर,
ये जिंदगी!
उलझा देती है हमेशा,
ऐसे चक्रयूह में,
निकलना जिससे,
मुश्किल ही नहीं,
असंभव भी लगता है।
बस यही सब सोचकर,
जिंदगी से,
बगावत करने को मन करता है।
आपकी लिखी रचना "मित्र मंडली" में लिंक की गई है https://rakeshkirachanay.blogspot.in/2018/01/54.html पर आप सादर आमंत्रित हैं ....धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत धन्यवाद
हटाएंबहुत खूब..ज़िदगी का फलसफा समझना इतना आसान नहीं/ ज़िंदगी के धूप-छाँव पर समय लिखता है दास्तां नयी।
जवाब देंहटाएंबिल्कुल सही कहा आपने।
हटाएंबहुत सुन्दर रचना । जो ज़िंदगी को समझ गया वो ज़िंदगी जी गया वरना इंसान ज़िंदगी में तलाशता है ज़िंदगी । सादर
जवाब देंहटाएंबेहद सुंदर 👌
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत धन्यवाद
हटाएंमन का खुद से संवाद -- अपनी उलझने -- अपने ही सुझाव -- बहुत खूब प्रिय विजय जी | मेरी शुभकामनाएं ---------
जवाब देंहटाएंइतनी सुंदर प्रतिक्रिया के लिए आपका बहुत बहुत आभार।
हटाएंज़िंदगी से बगावत करके उस पर जीत हासिल करने की चाह... सकारात्मक सोच दर्शाती हुई रचना । बधाई।
जवाब देंहटाएंआपका हार्दिक आभार।
हटाएंबहुत सुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंआपको जन्मदिन की बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनाएं
निमंत्रण :
जवाब देंहटाएंविशेष : आज 'सोमवार' १९ फरवरी २०१८ को 'लोकतंत्र' संवाद मंच ऐसे ही एक व्यक्तित्व से आपका परिचय करवाने जा रहा है जो एक साहित्यिक पत्रिका 'साहित्य सुधा' के संपादक व स्वयं भी एक सशक्त लेखक के रूप में कई कीर्तिमान स्थापित कर चुके हैं। वर्तमान में अपनी पत्रिका 'साहित्य सुधा' के माध्यम से नवोदित लेखकों को एक उचित मंच प्रदान करने हेतु प्रतिबद्ध हैं। अतः 'लोकतंत्र' संवाद मंच आप सभी का स्वागत करता है। धन्यवाद "एकलव्य" https://loktantrasanvad.blogspot.in/
टीपें : अब "लोकतंत्र" संवाद मंच प्रत्येक 'सोमवार, सप्ताहभर की श्रेष्ठ रचनाओं के साथ आप सभी के समक्ष उपस्थित होगा। रचनाओं के लिंक्स सप्ताहभर मुख्य पृष्ठ पर वाचन हेतु उपलब्ध रहेंगे।
निमंत्रण
जवाब देंहटाएंविशेष : 'सोमवार' २६ फरवरी २०१८ को 'लोकतंत्र' संवाद मंच अपने सोमवारीय साप्ताहिक अंक में आदरणीय माड़भूषि रंगराज अयंगर जी से आपका परिचय करवाने जा रहा है।
अतः 'लोकतंत्र' संवाद मंच आप सभी का स्वागत करता है। धन्यवाद "एकलव्य" https://loktantrasanvad.blogspot.in/
टीपें : अब "लोकतंत्र" संवाद मंच प्रत्येक 'सोमवार, सप्ताहभर की श्रेष्ठ रचनाओं के साथ आप सभी के समक्ष उपस्थित होगा। रचनाओं के लिंक्स सप्ताहभर मुख्य पृष्ठ पर वाचन हेतु उपलब्ध रहेंगे।
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जवाब देंहटाएंविशेष : 'सोमवार' १९ मार्च २०१८ को 'लोकतंत्र' संवाद मंच अपने सोमवारीय साप्ताहिक अंक में आदरणीया 'पुष्पा' मेहरा और आदरणीया 'विभारानी' श्रीवास्तव जी से आपका परिचय करवाने जा रहा है।
अतः 'लोकतंत्र' संवाद मंच आप सभी का स्वागत करता है। धन्यवाद "एकलव्य" https://loktantrasanvad.blogspot.in/
निमंत्रण
जवाब देंहटाएंविशेष : 'सोमवार' १६ अप्रैल २०१८ को 'लोकतंत्र' संवाद मंच अपने साप्ताहिक सोमवारीय अंक में ख्यातिप्राप्त वरिष्ठ प्रतिष्ठित साहित्यकार आदरणीया देवी नागरानी जी से आपका परिचय करवाने जा रहा है। अतः 'लोकतंत्र' संवाद मंच आप सभी का स्वागत करता है। धन्यवाद "एकलव्य" https://loktantrasanvad.blogspot.in/
टीपें : अब "लोकतंत्र" संवाद मंच प्रत्येक 'सोमवार, सप्ताहभर की श्रेष्ठ रचनाओं के साथ आप सभी के समक्ष उपस्थित होगा। रचनाओं के लिंक्स सप्ताहभर मुख्य पृष्ठ पर वाचन हेतु उपलब्ध रहेंगे।
वाह,बहुत सुंदर।
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